सुरपुरा उपतहसील में फाइल बढ़ाने से पहले चुकानी होती है फीस,
सुरपुरा उपतहसील

अरविंद शर्मा
भिण्ड जिले के अटेर क्षेत्र की उपतहसील सुरपुरा में इन दिनों भ्रष्टाचार चरम पर है। लोगों द्वारा उपतहसील के कर्मचारीयों पर रिश्वत लेकर भी कार्य पूरा न करने का आरोप लगाया जा रहा है।
जनकारी के अनुसार विमला देवी द्वारा अपने खेत के बटवारे के सीमांकन कराने को लेकर कई दिनों से चक्कर काट रही है,यहाँ एक कर्मचारी को पैसे देने के बावजूद भी छः माह से लगातार चक्कर लगाने पड़ रहे थे। जिसकी जानकारी जब मीडिया को लगी तो तहसील में जाकर जब कुबेर नामक कर्मचारी से आम आदमी बनकर पूँछा गया कि आपके द्वारा फाइल बढ़ाने में व्यक्ति से 500 रुपए रिश्वत लेकर भी कार्य नहीं करवाया गया है तो उसके द्वारा बताया गया कि वो पैसे खसर-खतोनी व नकल आदि दस्तावेजों के कार्य से लिए गए हैं।
डाटाइंट्री ऑपरेटर को है संदेह के घेरे में:
उपतहसील में जब मीडिया ने सवाल वहा पदस्थ तहसील से किया आपके कार्यलय में किसी कर्मचारी द्वारा पैसे की मांग की जा रही है,तो इसको लेकर नायाब तहसीलदार की जगह डाटाइंट्री ऑपरेटर महेंद्र भाटिया को उल्टा मीडिया कर्मी से तिलमिला गया,यानी अगर जांच को जाए तो कही न कही इस तहसील में पैसे लेने के जो आरोप लग रहे है उसमें ये भी शक के घेरे में आ सकता है,
हर काम के पैसे होते है तय:
भिण्ड जिले की हर तहसील में लगातार फाइलों पड़ी पड़ी धूल खा रही है यानी बगैर पैसे के फाइल आगे नही बड़ पाती जिससे आम लोगो को परेशानी का सामना करना पड़ता है,
हैरान कर देने वाली बात तो यह जब डाटा इंट्री औपरेटर के द्वारा रिश्वत लेने वाले कर्मचारी का पैसा लेना जायज बताया जा रहा था तो बगल में बैठे तहसीलदार साहब भी सुन रहे थे जिसके बाद भी उनके द्वारा कोई एक्शन नहीं लिया गया।
महीनों से लगा रहे लोग चक्कर:
वहीं उपतहसील के बाहर बैठे कुछ लोगों द्वारा भी फर्जी जुर्माना का नोटिस भेजकर पैसे मांगने और पैसे लेकर भी एक साल से चक्कर लगाने के लिए मजबूर होने की बात कही गई।