
आमआदमी पार्टी ने फूंकने गई पुतला,बीच मे ही छीन ले गया
भिण्ड/ *आम आदमी पार्टी के पधाधिकारी एवं कार्यकर्ता परेड चौराहे पर शाम 4 बजे मध्यप्रदेश के कृषि मंत्री का पुतला जलाने के लिए एकत्रित हुए। आप नेताओं के आने से पहले ही भारी पुलिस बल फायर ब्रिगेड के साथ परेड चौराहे पर तैनात था। आप कार्यकर्ताओं ने जैसे ही पुतला को लेकर प्रदर्शन शुरू किया वैसे ही पुलिस ने फायर ब्रिगेड से कार्यकर्ताओं और पुतले के ऊपर पानी की बौछार छोड़ दी। प्रदर्शन के दौरान पुलिस और आप नेताओं के बीच पुतले को लेकर झूमा झटकी हुई। पुलिस प्रशासन के अधिकारी जैसे ही आप जिला सचिव धीरज गुप्ता के हाथ से पुतला छीनने के लिए आगे बढ़े वैसे ही आप कार्यकर्ता पुतले को खींचने लगे। पुतला के टुकड़े टुकड़े हो गए कुछ टुकड़े पुलिस के हाथ लगे तो कुछ आप कार्यकर्ताओं के हाथ आए इसी बीच पुलिस से पुतले को लेकर हाथापाई में आप जिला सचिव धीरज गुप्ता के हाथ में मामूली खरोंच भी आ गई।*
*आम आदमी पार्टी के जिलाध्यक्ष अरविन्द जोशी जी ने मीडिया को प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से बताया कि भोपाल में हाल ही में हुए जाट महाकुंभ में आम आदमी पार्टी, मध्य प्रदेश के प्रभारी एवं दिल्ली विधायक बीएस जून से कृषि मंत्री कमल पटेल ने बदसलूकी की थी।आप के प्रभारी बीएस जून जाट महाकुंभ में शामिल होने पहुंचे थे।मंच पर जैसे ही आप के मध्यप्रदेश प्रभारी बीएस जून ने किसानों के मुद्दे, उनके हक को लेकर बोलना शुरू किया। मंच पर ही कृषि मंत्री कमल पटेल ने उन्हें किसानों के मुद्दे और उनके हक की बात करने से रोका। इतना ही नहीं दिल्ली से आप विधायक और प्रभारी बीएस जून को मंत्री कमल पटेल ने मंच से नीचे उतारने की धमकी भी दी। श्री जोशी ने आगे कहा कि ये सरकार किसानों के मुद्दों, उनकी परेशानियों पर चर्चा करने से डरती क्यों हैं। किसानों की बात करने वाले आप प्रभारी बी एस जून को धमकी क्यों दी गई। क्या किसानों की बात करना, उनके हक को लेकर आवाज उठाना सरकार की निगाह में गुनाह है। ये आम आदमी पार्टी के प्रभारी बी एस जून और आम आदमी पार्टी का नही बल्कि मध्य प्रदेश के करोड़ों किसानों का अपमान हैं। जिनकी आवाज उठाने पर आप के नेता को धमकाया गया। किसानों के अपमान के विरोध में आम आदमी पार्टी कृषि मंत्री कमल पटेल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रही है। आम आदमी पार्टी की मांग है कि कृषि मंत्री किसानों के अपमान करने के मामले में माफी मांगे।*
*प्रदर्शन के दौरान मुख्य रूप से डॉ. उमाशंकर मिश्रा, यशवंत पटवारी,मेजर अंतराम प्रजापति, दानवीर दीक्षित, जगदीश सिंह भदौरिया, प्रदीप यादव, कमलेश त्रिपाठी, जबर सिंह यादव, रजनीश जोशी, विजय शर्मा, सत्यनारायण कतरोलिया, शिवम पचौरी, शिवम सिंह, गोपाल राजावत, पवन शर्मा,विक्रान्त दीक्षित, जयदीप सिंह राजावत (फौजी सरकार) सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित थे।*



