
भिण्ड:जिले के सरकारी अस्पताल के बाहर महीनों से झुग्गी झोपड़ी डालकर एक महिला मांग मांग कर जीवन यापन कर रही है,महिला के मुताबिक उसका बेटा खत्म हो जाने के बाद पति से अनबन रहती है,जिससे उसने घर छोड़ दिया अब भिण्ड के सरकारी अस्पताल के बाहर मांग मांगकर गुजारा कर जीवन व्यतीत कर रही है।लेकिन अभी तक इस महिला की पीड़ा सुनने कोई भी प्रशासनिक अधिकारी या जनप्रतिनिधियों ने ध्यान नही दिया गया एक तरफ मामा शिवराज सिंह बहनों को तमाम योजना का लाभ दे रहे है दूसरी ओर बीच सड़क पर बेसहारा महिला परेशान दिख रही है।
जी हाँ भिण्ड जिले के सरकारी अस्पताल के बाहर कई महीनों से एक महिला अपना जीवन व्यतीत मांग मांगकर कर रही है।महिला का कहना कि वी डीडी गांव की रहने वाली उसका एक बेटा था जो काफी समय पहले नही रहा इसके बाद उसके पति से नही बनी तो घर छोड़कर भिण्ड सरकारी अस्पताल के बाहर जीवन व्यतीत कर रही है।लेकिन बड़े शर्म की बात है भिंड में तमाम समाजसेवी भी रहते किसी की भी निघा इस महिला लर नही गई।
महिला बोली रात को लोग कर ते गंदी बाते:
अस्पताल जे बाहर लेटी महिला अभिलाखी का कहना में बहार लेटती हु तो तमाम असमाजिक लोग मुझे परेशान करते है अश्लील बातें करते है रोकने पर लड़ंनेअब सवाल यह कि भिण्ड शहर में तमाम समाज सेवी लोग आते जाते रहते है लेकिन ने इस महिला का दर्
बेटा नही रह तो छोड़ दिया घर:
डीडी गांव की रहने वाली अभिलाखी महिला ने बताया में मेरा एक बेटा एक बेटी जो नही रहे इस वजह हम यही जीवन यापन कर रहे है,अब घर से बेसहारा हुई महिला दर दर ठोकर खाने को मजबूर है।