अरविंद शर्मा दताउली:एमपी में गौ भक्त तो अपने बहुत देखे है गाय के नाम पर चंदा एकत्रित कर सेवना करना आम बात है,लेकिन आज हम आपको ऐसे गो भक्त कहानी बताने जा रहे है जो सर्दी में कपड़े गर्मी में पानी और एक एक दाने खाने का इंतजाम खुद परिश्रम कर गाय को भोजन देते है,जी हाँ एमपी के भिण्ड जिले में ये टीम पिछले तीन सालों से काम कर रही है।

एमपी के भिण्ड जिले में एक छोटे से कस्बे में रहने वाले आदित्य भदौरिया गौसेवक पिछले तीन साल से गौसेवा कर रहे है इनके पास आज एक दर्जन से अधिक टीम है 24 घण्टे बगैर किसी लोभ लालच के काम करती है,बल्कि बीमार गाय का इलाज भी निजी खर्चे से कर रही है,अहम बात ये इस टीम ने आज दिन तक एक हजार से अधिक गाय का इलाज कर चुके है यही नही इस टीम के पास एक हेल्पलाइन नम्बर जारी किया है जो आसपास लोगो को बाटा हुआ है जिससे मौके पर जाकर मदद करते है,लेकिन हैरानी की बात है ऐसे गोभक्त न किसी सरकार के नजर में आते है न किसी जनप्रतिनिधियों के नजर नही आते है जिससे इन्हें लोगो को सम्मान नही मिल पाता है,सरकार और प्रशासन को 26 जनवरी को भिण्ड कलेक्टर साहब को तमाम समाजसेवी को सम्मान दिया जाता है लेकिन इन्हें मच पर बुलाने की तो बडी बात है ऐसे गौसेवक दिखाई नही देते है,
गाय के लिए मेहनत फिर सेवा:
गौसेवक आदित्य भदौरिया बताते है हमारे पास को पैसा नही आता न हम किसी से मांगते है खुद मेहनत करते है उससे हमे धन मिलता है उसमें कुछ हिस्सा गाय के ऊपर खर्च करते है इससे हमें अच्छा लगता है,गाय हमारी पूज्यनीय है लोग पूजे या नही हमने इसका दूध पिया है उसका कर्ज हम और हमारी टीम पूरी पटा रही है।
एक दर्जन से अधिक प्याऊ लगाई:
वर्तमान में गर्मी का दौर है ऐसे में लोग घरों में ac लगाए हुए लेकिन गाय के लिए पीने के पानी तक नही है ऐसे में इस टीम को जानकारी लगते ही एक दर्जन से अधिक आवारा गायों के लिए प्याऊ लगा लगा जिससे अब गर्मी में गायों को पीने के लिए नही भटकना पड़ेगा,इस टीम में ये लोग है,आदित्य भदौरिया प्रमुख कोसल शर्मा, अमन ओझा, बंटू भदौरिया, ऋषव शर्मा, आशु बोहरे, हरी सिंह
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